सबलोग
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Apr- 2020 -27 AprilUncategorized
नयी राजनीतिक पार्टी हो तो नये नाम से
प्रिय अरुण कुमार जी, कल 26 अप्रैल को फेसबुक से जानकारी मिली कि आपके नेतृत्व में ‘भारतीय सबलोग पार्टी’ के नाम से एक राजनीतिक दल का गठन हुआ है। भारत में नयी राजनीतिक पार्टी का उदय और अस्त सामान्य…
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27 Aprilउत्तरप्रदेश
उत्तरप्रदेश में कोरोना संकट: क्या है प्रोफेसर का जमाती कनेक्शन?
शिवा शंकर पाण्डेय कोविड-19 ने उत्तरप्रदेश में भारी संकट पैदा कर दिया है। जनजीवन बाधित है पर सरकार के सामने कोरोना वायरस से निपटना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। तबलीगी जमाती कोढ़ में खाज साबित…
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25 Aprilसंस्कृति
वर्तमान सन्दर्भ में परशुराम
राजीव कुमार झा वर्तमान सन्दर्भ परशुराम की कथा शासन और नीति के सामंजस्य की ओर ही संकेत करती है और धर्म के रूप में स्वेच्छाचारिता की जगह पर नियम-विधान की स्वीकार्यता पर प्रकाश डालती है। हिन्दू पौराणिक कथाओं…
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24 Aprilउत्तरप्रदेश
अर्नब गोस्वामी पर हमले से पत्रकारों में आक्रोश, कड़ी कार्रवाई की माँग
शिवा शंकर पाण्डेय भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ ने मुंबई में पत्रकार पर हुए हमले की कटु निंदा करते हुए दोषियों को तत्काल गिरफ्तार करने और पत्रकार की सुरक्षा बढ़ाने की माँग की है। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के…
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23 Aprilसामयिक
महामारी के दुष्प्रभावों से उबरने का मनोवैज्ञानिक उपचार
मिथिलेश कुमार तिवारी कोविड 19 ने आज महामारी के रूप में पूरे विश्व को प्रभावित कर रखा है। विश्व के लगभग सभी शक्तिमान देश इसके सामने संघर्ष करते दिख रहे हैं। भारत इस संघर्ष में शामिल है और…
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23 Aprilअंतरराष्ट्रीय
पुस्तक : पढ़ो और पढ़ाओ
विश्व पुस्तक दिवस के उपलक्ष्य में .. डॉ. शेख अब्दुल वहाब संस्कृत के एक सुभाषितम् के अनुसार “हस्तस्य भूषणं दानं सत्यं कण्ठस्य भूषणम्” अर्थात् हाथ का भूषण दान है और कण्ठ का भूषण सत्य है। इस कोटि में पुस्तक…
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20 Aprilसामयिक
कोरोना और राजनीति
सर्वदमन मिश्र कोविड-19 को मानव इतिहास में परिवर्तन की दृष्टि से एक वलय, कहना चाहिए कि तीव्र वलय साबित होगी, यह तो सन्देह से परे है। 17 मार्च को कोविड-19 की युग विधायनी क्षमता पर न्यू…
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19 Aprilसाहित्य
भविष्य के गर्भ में दबा मुक्ति का इतिहास
अरविन्द कुमार ‘फाँस’ कथाकार संजीव का उपन्यास है जिसका रचनाकाल 2011-12 है और यह वर्धा के महात्मा गाँधी अन्तर्राष्ट्री हिन्दी विश्वविद्यालय में अतिथि लेखक के रूप में रहकर लिखा गया है। इस उपन्यास की पृष्ठभूमि में महाराष्ट्र के…
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19 Aprilसामयिक
कोरोना से लड़ाई में भूल जाएँ जीभ का स्वाद
प्रीति पाण्डेय दिल्ली में एक पिज़्ज़ा डिलीवरी बॉय का कोरोना पॉजिटिव पाया जाना एक बार फिर किसी बड़े समूह को मुश्किल में डाल दिया है। प्रशासन ने तुरन्त कार्यवाही करते हुए उन 72 घरों को सील कर दिया है जिनमें…
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18 Aprilसामयिक
‘कोविड-19’ के आगे की राह
भारत डोगरा कोरोना वायरस से होने वाली ‘कोविड-19’ बीमारी की मौजूदा अफरा-तफरी में भविष्य के सवाल पूछना लाजिमी है। क्या हम जैसे हैं, वैसे या उससे भी बदतर ‘वापस’ लौट आएँगे? या फिर इस दौर से सीखकर कुछ नया, बेहतर और कारगर संसार रचेंगे? प्रस्तुत है, इसकी…
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