अनीश अंकुर
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Apr- 2019 -11 Aprilलोकसभा चुनाव
दिक्कत कन्हैया की जाति से नहीं, उसके वर्ग से है
भाग-3 भारत के सबसे अमीर बीस प्रतिशत में सर्वाधिक अनुपात ओ.बी.सी का पाँच अप्रैल को हिन्दूस्तान टाइम्स, पटना में प्रकाशित रिपोर्ट (व्हाई कास्ट ट्रम्प क्लास इन पॉलिटिकल स्ट्रैटजी) के अनुसार देश के सबसे धनी 20 प्रतिशत लोगों में सबसे…
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7 Aprilबिहार
जमींदारों की रणनीति है ‘भूमिहार’ पहचान पर जोर देना
(भाग 2) एक श्रेणी के बतौर ‘भूमिहारवाद’ या भूमिहार विरोध बिहार में स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद से ही प्रचलन में रहा है। जब आजादी के बाद श्रीकृष्ण सिंह बिहार के पहले मुख्यमन्त्री बने, उनके कार्यकाल को भी ‘‘भूमिहार…
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5 Aprilबिहार
राजद के ‘सामाजिक न्याय’ का विचारधारात्मक स्टैंड है ‘भूमिहारवाद’
(लालू प्रसाद की ‘भूमिहार’ राजनीति: प्रगतिशील भूमिहार का विरोध, प्रतिक्रियावादी भूमिहारों का समर्थन) भाग- एक बिहार के प्रभावी कम्युनिस्ट नेताओं को ‘भूमिहार’ साबित करने की राजनीति राजद व लालू प्रसाद की पुरानी राजनीति है। कन्हैया इसके अपवाद नहीं…
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Mar- 2019 -29 Marchबिहार
बेगूसराय में ‘जाति’ का फ्रेम क्या कारगर होगा ?
लोकसभा चुनावों के दौरान बिहार पर पूरे देश की नजर रहा करती है। इस बार कन्हैया और गिरिराज सिंह के कारण मीडिया की नजरें अभी से चौकन्नी हो गयी हैं। आखिर बेगूसराय का क्या होगा? यह सभी की दिलचस्पी…
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