nirmal kumar sharma
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सामयिक
आखिर कोई बाघ या बाघिन नरभक्षी क्यों बनते हैं?
हमें इस बात पर गौर करनी चाहिए कि आखिर कोई बाघ या बघिन आदमखोर क्यों हो जाते हैं? हम पर्यावरण, वैज्ञानिक व इंसानियत के दृष्टिकोण से सोचें तो हमारी आँखों के सामने अति क्रूरतापूर्ण ढंग से वन्य…
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सामयिक
किसान आन्दोलन की अद्वितीय उपलब्धियाँ
आज इस देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमा के बाहर सड़कों पर इस देश के निरंकुश और तानाशाही स्वभाव के कर्णधारों द्वारा जबरन बैठाए गये अन्नदाताओं को बैठे पूरे 7 महीने से भी ज्यादा दिन हो गये…
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स्मृति शेष
सुन्दर लाल बहुगुणा : पर्यावरण संरक्षण के अद्वितीय मसीहा
‘सुन्दर लाल बहुगुणा’ एक ऐसा शब्द और व्यक्तित्व नाम है जिसके पर्यायवाची शब्दों में बहुत से शब्द हैं यथा चिपको आन्दोलन, वृक्षों के रक्षक या वृक्षमित्र, शराब के खिलाफ लड़नेवाला अप्रतिम योद्धा, टिहरी राजशाही के कटु विरोधी,…
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