सबलोग
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May- 2020 -6 Mayसामयिक
सामाजिक नजदीकी और शारीरिक दूरी की आवश्यकता
शंकर कुमार लाल नव वैश्विक महामारी के रूप में चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर के देशों में देखने को मिल रहा है। भारत में भी इसका संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में पिछले…
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4 Mayस्त्रीकाल
‘लॉक-डाउन’ का स्त्रीवादी परिप्रेक्ष्य
आकांक्षा आज सम्पूर्ण विश्व महामारी के दौर से गुजर रहा है और इस संकट की स्थिति से निपटने के लिए सरकारों द्वारा ‘लॉक-डाउन’ (घर के भीतर रहने का आदेश) की घोषणा की जा रही है। भारत सरकार ने…
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4 Mayमुद्दा
कोरोना और गाँव
मोहन सिंह कोरोना संकट के 1 महीने से ज्यादा दिन बीत जाने के बाद शहरों की हलचल गाँवों में जैसे ठहर सी गयी है खेती के कार्य आधा अधूरे पड़े है तो किसानों को खाससकर बटाईदार किसानों के…
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3 Mayशख्सियत
मैं इरफ़ान : जाने ऊँट किस करवट बैठेगा
कुसुम लता “हेलो भाइयों बहनों नमस्कार, मैं इरफ़ान मैं आज आपके साथ हूँ भी और नहीं भी, खैर…… मेरे शरीर के अन्दर कुछ अनवांटेड मेहमान बैठे हुए हैं उनसे वार्तालाप चल रहा है। देखते हैं किस करवट ऊँट बैठता…
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2 Mayराज्य
हेमंत सोरेन तो बाजी मार ले गए!
शिवानन्द तिवारी हेमंत सोरेन तो बाजी मार ले गए! तेलंगाना से आए सभी श्रमिकों को उनके उनके शहर में सरकार द्वारा पहुँचा दिया गया। स्वयं मुख्यमन्त्री हेमंत सोरेन ने हटिया स्टेशन पर जाकर सारी तैयारी का जायजा लिया…
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1 Mayचर्चा में
प्रवासी श्रमिकों की व्यथा
शिवानन्द तिवारी हमने कोरोना और उसके बाद लॉक डाउन में अपने प्रवासी श्रमिकों के साथ जिस प्रकार का सलूक किया है वह अत्यन्त अमानवीय है। प्रवासी श्रमिक हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। इन्हीं के श्रम से हमारे देश…
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1 Mayसाहित्य
हिन्दी कविता में श्रमिकों का जीवन संसार
राजीव कुमार झा हिन्दी कविता के पिछले अनेक कालों पर अगर हम गौर करें और उसमें वर्तमान दौर में लिखी गयी कविताओं पर भी अगर दृष्टिपात करें तो हमारी कविता की विषयवस्तु के केन्द्र में समाज के सामान्य…
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Apr- 2020 -30 Aprilशख्सियत
ऋषि कपूर का जाना
राजीव कुमार झा हिन्दी सिनेमा में ऋषि कपूर की पहचान शायद कभी खत्म नहीं होगी। वे एक महान अभिनेता थे और उन्होंने सिनेमा के पर्दे पर उनके जीवन्त अभिनय की अमिट छाप को सारे लोग सदैव महसूस करेंगे।…
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29 Aprilशख्सियत
अपने समय को रच रहे हैं श्री कैलाश सत्यार्थी
पंकज चौधरी नोबेल शान्ति पुरस्कार से सम्मानित श्री कैलाश सत्यार्थी ने पिछले दो-तीन महीनों के दरमियान दो ऐसी मकबूल कविताएँ लिखी हैं जो हमारे समय को अभिव्यक्त कर रही हैं। विगत कुछ सालों से विशेषकर पिछले तीन-चार माह…
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28 Aprilदिवस
महाकवि सूरदास
राजीव कुमार झा महाकवि सूरदास वैष्णव चिन्तक वल्लभाचार्य के शिष्य थे और भगवान कृष्ण की पावन नगरी मथुरा में जब उनका आगमन हूआ तो यमुना के किनारे सूरदास को भी उनके दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने महाप्रभु…
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