नरेन्द्र मोदी
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सामयिक
डरे हुए किसान हैं या प्रधानमंत्री?
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी किसान आन्दोलन को लेकर विपक्ष पर लगातार हमला बनाए हुए हैं। उनका लगातार आरोप है कि विपक्ष अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन हासिल करने के लिए किसानों को कृषि कानूनों के खिलाफ गुमराह कर रहा है।…
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बिहार
बदलाव के मूड में आ रही है बिहार की जनता
. बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण समाप्त हो चुका है। अब 3 नवम्बर के लिए दूसरे चरण के लिए प्रचार-प्रसार और तैयारी तेज हो गयी है। सभी दल के राष्ट्रीय नेताओं का दौरा निरन्तर जारी है। 71 सीटों के…
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सामयिक
प्रधानमन्त्री के नाम खुला ख़त
माननीय प्रधानमन्त्रीजी, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित विश्व कवि पाब्लो नेरूदा, जब सुबह-सुबह रेडियो से पाँच मिनट के लिए बोला करते थे तो उनका पूरा देश कान लगा कर धैर्य से उनको सुना करता था। वह इस उत्कण्ठा से सुनता…
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आवरण कथा
राजनीतिक पराजय के बाद की पुकार!
लेख के शीर्षक में राजनीतिक पराजय से आशय देश पर नवसाम्राज्यवादी गुलामी लादने वाली राजनीति के खिलाफ खड़ी होने वाली राजनीति की पराजय से नहीं है| वह पराजय पहले ही हो चुकी है| क्योंकि देश के लगभग तमाम समाजवाद,…
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राजनीति
सहयोगी की बढ़ती स्वहित की ख़्वाहिश – संतोष देव गिरि
संतोष देव गिरि कहते हैं ख्वाहिशें अन्तहीन होती हैं जिनका कोई अन्त नहीं होता, लेकिन यदि ख्वाइशों का अन्त होता है तो परिणाम घातक होते हैं। अन्तहीन ख्वाहिशों से राजनीति भी अछूती नहीं है। वह तब जब ख़्वाहिश…
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राजनीति
मोदी के जादू के पीछे – ईश्वर सिंह दोस्त
ईश्वर सिंह दोस्त मोदी मुस्करा रहे हैं और विश्लेषक मशक्कत कर रहे हैं कि आखिर जादू कैसे चला। जादू का असर एकबारगी होता है, मगर उसकी तैयारी लम्बी होती है। राजनीति का सबसे प्रभावी जादू वह होता है,…
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राजनीति
लोकतन्त्र में जनादेश – विमल कुमार
विमल कुमार लोकतन्त्र में जनादेश ही निर्णायक होता है इसलिए उसका सम्मान किया जाना चाहिए लेकिन यह सच है कि जनादेश कोई अन्तिम सत्य नही होता है| उसकी अवधि सिर्फ पाँच साल की होती है| जनादेश एक खास…
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उत्तरप्रदेश
यूपी जनादेश:हर तरफ मोदी मोदी
यूपी में लोकसभा का चुनाव परिणाम इस बार भाजपा के लिए ‘सुनामी’ लेकर आया। वोटरों ने मोदी को जमकर पसन्द किया। भाजपा की बल्ले बल्ले हो गई। आवाम ने पीएम के तौर पर नरेन्द्र मोदी और एनडीए की नीतियों को…
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राजनीति
विपक्ष के पास है बड़ा जनाधार
23 मई के चुनावी परिणाम से कम से कम तीन सबक सीखे जा सकते हैं। पहला, टेलीविजन संप्रेषण का सबसे प्रभावी माध्यम है और जिस दल का टेलीविजन पर नियन्त्रण होगा, उसी दल के नेता की बतौर शक्तिशाली नेता…
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चर्चा में
‘मोदी समय’ और एक आकांक्षावान भारत का उदय – संजय द्विवेदी
संजय द्विवेदी नरेन्द्र मोदी सरकार ने पाँच साल की यात्रा पूरी कर एक बार फिर केन्द्र की सत्ता में शानदार वापसी की है। काल के प्रवाह में पाँच साल क्या होते हैं, शायद कुछ भी नहीं। किसी भी…
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