राहत सिर्फ राहत नहीं दिलों की चाहत भी थे..
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शख्सियत
राहत सिर्फ राहत नहीं दिलों की चाहत भी थे..
“गुलाब ख्व़ाब दवा ज़हर जाम क्या क्या है, मैं आ गया हूँ बता इंतजाम क्या क्या है” किसे पता था कि इंदौर की सड़कों पर स्कूल के दिनों में साइन बोर्ड लिखते- लिखते ‘राहत कुरैशी’ एक दिन मशहूर शायर…
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