prof anand kumar
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आवरण कथा
स्वराज-रचना और राष्ट्रनिर्माण का गाँधी मार्ग
विदेशी गुलामी से स्वतन्त्रता हासिल करने के 75वें वर्ष का उत्सव मनाना एक राष्ट्रीय कर्तव्य है। इस उत्सव वर्ष में इसको याद करना भी हमारी ही जिम्मेदारी है कि आजादी के दीवानों के लिए स्वराज का क्या अर्थ था?…
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एतिहासिक
‘9 अगस्त 1942 – अँग्रेजों, भारत छोडो!’ : स्वराज के लिए ‘जनक्रान्ति’ की अठहत्तरवीं जयंती
यह सर्वविदित है कि भारत दो सौ बरस तक ब्रिटेन के अधीन रहा और भारत के लोगों को अँग्रेजी राज से अपनी आज़ादी हासिल करने के लिए 1857 से 1947 तक लम्बा अभियान चलाना पड़ा। लेकिन विदेशी राज से…
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