
बिहार में नई सरकार के गठन की कवायद तेज, 10वीं बार सीएम बनेंगे नीतीश कुमार
बिहार में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनने जा रही है। नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेंगे। 20 नवंबर को गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अलग- अलग राज्यों के सीएम भी शामिल हो सकते है। गांधी मैदान में शपथ ग्रहण की तैयारी चल रही है।
बिहार में चुनाव आचार संहिता खत्म
बिहार विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद राज्य से आदर्श आचार संहिता हटा ली गई है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजीयाल बीते रविवार को राजभवन पहुंचे और 243 नवनिर्वाचित विधायकों की सूची राज्यपाल को सौंपी। इस दौरान उन्होंने कहा कि, अब बिहार में चुनाव आचार संहिता खत्म हो गई है और सरकार गठन की प्रक्रिया सुचारू रूप से शुरू हो सकती है।
नई सरकार बनाने की कवायद तेज
ऐसे में अब बिहार में नई सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। आज यानि सोमवार को नीतीश सरकार की मौजूदा कैबिनेट की आखिरी बैठक हुई। कैबिनेट मीटिंग के बाद नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होनें राज्यपाल से सिफारिश की है कि 19 नवंबर को वर्तमान विधानसभा भंग कर दी जाए। विधानसभा भंग होने के बाद नीतीश कुमार सीएम पद से इस्तीफा देंगे।
नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद एनडीए के घटक दल जैसे जदयू, भाजपा, लोजपा (आर), हम, रालोमो के विधायकों की बैठक होगीं। जिसमें सभी पार्टियां पहले अपने-अपने विधायक दल नेता चुनेंगे। इसके बाद फिर मंगलवार यानि कल एनडीए विधायक दल की एक संयुक्त बैठक होगी, इसमें नीतीश कुमार को नेता चुना जाएगा। इसके बाद नीतीश कुमार राज्यपाल के सामने नई सरकार बनाने का दावा भी पेश करेंगे।
नीतीश कुमार की नई सरकार ने बन सकते है 36 मंत्री
वहीं अगर नई कैबिनेट की बात करें तो नीतीश सरकार में 36 मंत्री बनाने की संभावना है। मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार शपथ लेंगे। वहीं भाजपा और लोजपा को एक- एक उपमुख्यमंत्री पद भी मिल सकता है। नई कैबिनेट में जदयू से सीएम सहित 16 और भाजपा से एक डिप्टी सीएम सहित 16 मंत्री बनने की बात सामने आई है। वहीं लोजपा (आर) से एक डिप्टी सीएम और 2 मंत्री, हम-रालोमो से 1-1 मंत्री बनाए जा सकते है।
10वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे नीतीश कुमार
बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने राज्य की 243 सीटों में से 202 पर शानदार जीत दर्ज की। गठबंधन के दो प्रमुख घटक दलों में बीजेपी ने 89 और नीतीश कुमार की जेडीयू ने 85 सीटें जीतीं। जिसके बाद अब बिहार में एक बार फिर एनडीए सरकार बनाने जा रही है। नीतीश कुमार 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेंगे।
सबसे पहले 7 दिन के लिए मुख्यमंत्री बने थे नीतीश कुमार
जनता दल यूनाइटेड (JDU) के संस्थापक नीतीश कुमार पहली बार साल 2000 में बिहार के मुख्यमंत्री बने। लेकिन उस समय बहुमत साबित नहीं कर पाने के कारण उन्हें सिर्फ 7 दिन में ही मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
इसके बाद नवंबर 2005 में उन्होंने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। 2010 में वह तीसरी बार मुख्यमंत्री बने थे। फिर साल 2014 के लोकसभा चुनाव में JDU का प्रदर्शन खराब रहा था, इसके बाद नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन 2015 में विधानसभा चुनावों से पहले वे एक बार फिर मुख्यमंत्री बने। ये उनका चौथा कार्यकाल था।
नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव की पार्टी ने 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। महागठबंधन को इस चुनाव में जीत हासिल हुई। जिसके बाद नीतीश एक बार फिर मुख्यमंत्री बने। लेकिन साल 2017 में लालू परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते नीतीश ने महागठबंधन से नाता तोड़ लिया और 20 महीने बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
इसके बाद वह दोबारा एनडीए में शामिल हुए और बीजेपी के समर्थन से फिर मुख्यमंत्री बन गए थे। यह उनका छठा कार्यकाल था। साल 2020 में विधानसभा चुनाव हुए। नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के मुख्यमंत्री के रूप में फिर से सत्ता में आ गए। यह उनका सातवां कार्यकाल था। लेकिन अगस्त 2022 में उन्होंने एक बार फिर इस्तीफा दिया, फिर वे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ गठबंधन करके आठवीं बार मुख्यमंत्री बने। लेकिन जनवरी 2024 में उन्होंने फिर से पाला बदल लिया। इसके बाद वह BJP के समर्थन से नौवीं बार मुख्यमंत्री बन गए। अब इस बार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को शानदार जीत मिली है। ऐसे में एक बार फिर नीतीश कुमार बिहार के सीएम बनेंगे।










