
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का एग्जिट पोल सामने आ गया है। जिसके बाद से ही राजनीतिक माहौल गर्म है। ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों में एनडीए एक बार फिर सत्ता में वापसी करती दिख रही है।
एग्जिट पोल में एनडीए को सबसे ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही सरकार बनाने का दावा कर रहा है। ऐसे में बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
एनडीए नेताओं ने किया ये दावा
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान हुआ। 11 नवंबर को मतदान समाप्त होने के बाद एग्जिट पोल के नतीजे आए, जिसमें एनडीए को ज्यादा सीटे मिलने की संभावना है।
इसपर जदयू और भाजपा नेताओं ने कहा है कि बिहार की जनता ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास और सुशासन के लिए वोट दिया है। जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहा, NDA के पांचो दल पांच पांडव की तरह एकजुट हैं और विकसित बिहार के निर्माण के लिए संकल्पित हैं।
वहीं उन्होनें महाठगबंधन को लेकर कहा कि महागठबंधन ने पहले ढपोरशंखी घोषणाओं के जरिए जनता को बरगलाने की हर मुमकिन कोशिश की, लेकिन जब दाल नहीं गली, तो हताश होकर NDA के बारे में झूठ फैलाना शुरू कर दिया है! जनता जागरूक है और सब देख रही है। अब 14 नवंबर को फिर साबित होगा- झूठे का मुंह काला, सच्चे का बोलबाला।
वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भी जीत का दावा किया। उन्होनें कहा कि बिहार की जनता ने एक बार फिर NDA की सरकार बनाने का मन बना लिया है। सरकार के काम को देखकर जनता ने एक बार फिर सेवा का अवसर देने का निर्णय लिया है।
तेजस्वी यादव ने कहा- बिहार में शुरू होगा नया अध्याय
वहीं बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले विपक्षी महागठबंधन ने भी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा किया है। वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि इस बार बिहार में हर हाल में महागठबंधन की सरकार बन रही है और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री होंगे।
बीते बुधवार को राजद नेता और नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने भी एग्जिट पोल के नतीजे सामने आने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान उन्होनें दावा करते हुए कहा कि बिहार की जनता ने इस बार बदलाव के लिए वोट दिया है। 14 नवंबर को इसका परिणाम सामने आएगा और 18 नवंबर को नौकरी वाली सरकार बनेगी, जो कलम राज स्थापित करेगी।
उन्होंने कहा कि हमारे पास जो फीडबैक आया है, वह बताता है कि राज्य में 95 प्रतिशत से भी अधिक इलाकों में इंडिया महागठबंधन के पक्ष में माहौल है। जनता ने मौजूदा सरकार के खिलाफ जाकर मतदान किया है और इस बार बिहार में नया अध्याय शुरू होगा।
वही कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय ने कहा कि बढ़े हुए मतदान प्रतिशत से यह साफ है कि बिहार की जनता ने बदलाव के लिए वोट दिया है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में नई सरकार बनेगी और हम अपने सभी वादे पूरे करेंगे। वहीं
एग्जिट पोल्स के बाद एनडीए और महागठबंधन दोनों ने ही बिहार में सरकार बनाने का दावा किया है। ऐसे में अब 14 नवंबर को मतगणना के बाद ही तय होगा कि बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी या महागठबंधन को सत्ता का मौका मिलेगा।
बिहार विधानसभा चुनाव में क्या रहा मतदान प्रतिशत ?
बता दें कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में चुनाव का आयोजन कराया गया था। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को हुई थी। जिसमें मतदान प्रतिशत 65.08 फीसदी रहा। इसके बाद दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को हुई और मतदान प्रतिशत औसतन 67.14 दर्ज किया गया। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने इस चुनाव में 66.9 प्रतिशत वोटिंग हुई, जो 1951 के बाद अब तक की सबसे ज्यादा मतदान दर है।
क्या फिर बनेगी एनडीए की सरकार
मतदान खत्म होने के बाद बिहार विधानसभा चुनाव का एग्जिट पोल भी सामने आया। लगभग सभी सर्वे में एनडीए (NDA) को भारी जीत के साथ सत्ता में वापसी करती दिख रही है।
एग्जिट पोल के मुताबिक एनडीए को 133 से ज्यादा सीटें मिलने की संभावना है। जबकि महागठबंधन के खाते में 87 से 102 सीट जा सकती हैं। वहीं जनसुराज पार्टी को 2 सीटों मिल सकती है। जबकि अन्य के खाते में 3 से 6 सीट जाने का अनुमान है। बिहार चुनाव के आधिकारिक नतीजे 14 नवंबर 2025 को घोषित किए जाएंगे। जिसके बाद ही साफ हो पाएगा कि बिहार में किसकी सरकार बनेगी और किसे हार का सामना करना पड़ेगा।










