अमिता

अमिता

लेखिका स्वतंत्र लेखक एवं शिक्षाविद हैं। सम्पर्क +919406009605, amitamasscom@gmail.com
  • Jul- 2020 -
    25 July
    शख्सियत

    चीरहरण के वे सवाल

      भारतीय समाज में महिलाओं की स्थिति प्रारम्भ से ही हाशिए पर रही है। शोषण, अत्‍याचार तो जन्‍म के साथ ही इनके नसीब में जुड़ जाता है। महिलाओं के साथ बलात्‍कार की बढ़ती घटनाएँ और हिंसा भी कोई नयी बात…

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  • Jun- 2020 -
    5 June
    पर्यावरणsave tree

    पर्यावरण और आधी आबादी

      अमिता   पर्यावरण मनुष्‍य के जीवन का महत्त्वपूर्ण हिस्‍सा है। मनुष्‍य प्रारम्भ से ही प्रकृति को पूजता रहा है क्‍योंकि मनुष्‍य प्रकृति पर पूरी तरह से निर्भर है। कहीं सुहागन अपनी सुहाग की लम्बी उम्र के लिए वट-सावित्री व्रत…

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  • May- 2020 -
    19 May
    सामयिकdashrath manjhi road

    सिस्‍टम के कंधे पर लाशों का बोझ

      बिहार के ‘माउंटेन मैन’, दशरथ माँझी को शायद ही कोई होगा, जो नहीं जानता होगा। उस समय लोग इनसे और भी अच्‍छे से परिचित हो गये, जब नवाजुद्दीन सिद्दकी जैसे कलाकार ने उनके जीवन को परदे पर पुन: जीवन्त…

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  • 2 May
    शख्सियतrishi kapoor

    ये अरमाँ है शोर नहीं हो, खामोशी के मेले हों

      इस महामारी और लॉकडाउन के दौर में हम लगातार कई सदमे से गुजर रहे हैं। इन सबके बीच पता नहीं था कि दो सदमे ऐसे भी मिलेंगे, जिससे उबर पाना बेहद मुश्किल है। वे भी तब, जब आप चारदीवारी…

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  • Apr- 2020 -
    26 April
    सामयिक

    सोशल डिस्‍टेंसिंग बनाम क्‍लास डिस्‍टेंसिंग

      आज पूरी दुनिया एक विचित्र चिन्ता में डूबी हुई है। जाति, धर्म, आतंकवाद आदि से परे अधिकांश इसी ख्‍याल में खोये हैं कि कोरोना से कैसे मुक्ति पायी जाए? कोरोना महामारी ने सिर्फ हमारे देश को ही नहीं, बल्कि…

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  • 14 April
    सामयिक

    समय का ये पल थम सा गया

      आज हम एक ऐसे समय से गुजर रहे हैं, जहाँ सिर्फ देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया भय के माहौल में सिमटा हुआ है। कुछ लापरवाही कहें या गैर-जिम्‍मेदारी, कारण कुछ भी हो लेकिन सच्‍चाई सिर्फ यह है कि…

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  • Mar- 2020 -
    7 March
    चर्चा में

    जश्न और जख्म के बीच आधी आबादी

      एक बार फिर महिला दिवस का उत्सव अपने चरम पर है। किन्तु यह महिला दिवस का उत्‍सव आसानी से हासिल नहीं किया गया था, बल्कि यह लम्बे संघर्षों और बलिदानों का परिणाम रहा है, जिसके परिणामस्‍वरूप आज महिला प्रतिनिधितत्‍व…

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  • Feb- 2020 -
    14 February
    सामयिक

    प्रेम पर साइड इफेक्ट

      प्रेम हमारे जीवन का एक ऐसा हिस्‍सा है जिसके बिना रहना किसी भी हाल में शायद ही संभव है। हर मनुष्‍य किसी-न-किसी रूप में प्रेम की तलाश में रहता है। यही कारण है कि कुछ मौसम भी प्रेम का…

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  • Jul- 2019 -
    2 July

    एक उपेक्षित वर्ग की अपेक्षा

      पिछले कुछ वर्षों से किन्नर विमर्श एक ऐसे विमर्श के रूप में उभरा है जो सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। किन्नरों की बात करते ही तथाकथित सभ्य समाज अथवा मुख्य धारा की समाज के मन…

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  • Mar- 2019 -
    8 March
    अंतरराष्ट्रीय

    आधी आबादी की अस्मिता का सवाल

      अभी कुछ दिन पहले खाना खाते-खाते टीवी देख रही थी। टीवी पर समाचार के बाद अंतराल के दौरान जो विज्ञापन दिखाया गया उसमें अभिनेता अक्षय कुमार की एक महिला सुरक्षा गार्ड के द्वारा तलाशी ली जा रही थी और…

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