
बिहार विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने एक बड़ा ऐलान किया है। प्रशांत किशोर ने आज 21 नवंबर को अपना मौन व्रत तोड़ने के बाद कहा कि वह 15 जनवरी से बिहार संकल्प यात्रा की शुरुआत करेंगे।
इसके साथ ही उन्होनें अपनी संपत्ति दान करने का भी फैसला लिया है। प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को घोषणा करते हुए कहा कि पिछले 20 साल में मैंने जो भी कमाया है। दिल्ली वाला घर छोड़कर मैं अपनी सारी संपत्ति जनसुराज को डोनेट कर रहा हूं।
बिहार में संकल्प यात्रा की शुरुआत करेंगे प्रशांत किशोर
दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में करारी हार मिलने के बाद जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बीते गुरुवार को भितिहरवा गांधी आश्रम में एक दिन का मौन व्रत रखा था।
आज शुक्रवार को अपना एक दिवसीय मौन व्रत समाप्त करने के बाद प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फेंस की। इस दौरान उन्होनें कहा कि 15 जनवरी से वे बिहार में संकल्प यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं। ‘बिहार नवनिर्माण संकल्प अभियान’ के तहत वह सभी वार्डों में जनता से संवाद करेंगे।
सारी संपत्ति पार्टी को दान करेंगे प्रशांत किशोर
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने अपनी संपत्ति दान करने की घोषणा भी की है। उन्होनें कहा कि ‘लोगों के मन में सवाल है कि 3 साल मैं बिहार में घूमा, पैसे खत्म हो गए। अब कहां से पैसे आएंगे। मैं जनता को बता दूं, मैं अगले 5 साल तक जो कमाऊंगा उसका 90% पैसा जनसुराज में लगाऊंगा। पिछले 20 साल में मैंने जो भी संपत्ति अर्जित की है। दिल्ली वाला घर छोड़कर मैं अपनी सारी संपत्ति जनसुराज को डोनेट कर रहा हूं।
प्रशांत किशोर ने मांगी 1-1 हजार रुपये की मदद
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने बिहार को बदलने के लिए जनता से एक-एक हजार रुपए की मदद मांगी है। उन्होनें कहा ‘बिहार में उन लोगों से एक-एक हजार की मदद मांग रहा हूं, जो जनसुराज से जुड़े हैं। जनसुराज से जुड़े हर व्यक्ति, बिहार से प्यार करने वाला हर व्यक्ति- चाहे किसी दल का हो, किसी विचार का हो- राज्य के सुधार के लिए कम से कम 1,000 रुपये का योगदान करे।
आपराधिक छवि वालों को मंत्री बनाया गया
जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने राज्य सरकार पर भी हमला बोला। उन्होनें कहा कि नीतीश की कैबिनेट में जितने भी मंत्री बनाए गए हैं, वे सभी आपराधिक छवि वाले नेता हैं। ऐसे लोगों को मंत्री बनाया गया है, जो पढ़े-लिखे तक नहीं हैं। वो सिर्फ इसलिए मंत्री बने है, क्योंकि उनके पिता मंत्री थे। उन्होनें कहा कि नीतीश कुमार ने हर उस व्यक्ति को मंत्री बनाया है, जिस पर भ्रष्टाचार, अपराध का आरोप है।
10-10 हजार में खरीदे वोट- प्रशांत किशोर
उन्होनें कहा कि 10- 10 हजार रुपये देकर ये लोग जीते है। लालच देकर लोगों का वोट खरीदा है। ये अन्याय है, जनसुराज हारा नहीं है, उसे कुचलने का प्रयास हुआ है।
सरकार ने 10-10 हजार रुपए देकर वोट खरीदे हैं। इन लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर वोट खरीदे। अब अगर 6 महीने में महिलाओं को 2-2 लाख नहीं मिले तो एक-एक मंत्री और अफसर का घेराव करूंगा।
तीन साल तक की पदयात्रा
बता दें कि चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने बिहार में 3 हजार किलोमीटर की पदयात्रा की। उन्होंने 2 अक्टूबर 2022 से पदयात्रा शुरू की थी। इसके बाद उन्होनें अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने का मन बनाया और 2 अक्टूबर 2024 को औपचारिक रूप से जन सुराज पार्टी की घोषणा की। इस बार हुए बिहार विधानसभा चुनाव में पहली बार उनकी पार्टी चुनावी मैदान में उतरी थी।
एक भी सीट नहीं जीत पाई जनसुराज
लेकिन उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली जनसुराज पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई। बिहार विधानसभा चुनाव में जनसुराज का खाता तक नहीं खुला। चुनाव नतीजे आने के 3 दिन बाद प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हार की जिम्मेदारी ली थी और उन्होंने माफी मांगते हुए एक दिन का मौन उपवास करने की बात कही थी। जिसके बाद उन्होनें पश्चिम चंपारण के भितिहरवा स्थित गांधी आश्रम में 24 घंटे का मौन व्रत किया और आज उनका उपवास खत्म हो गया है।










