शैलेन्द्र चौहान
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Jun- 2021 -13 Juneमुद्दा
क्या अब मूल्यहीन राजनीति के विकल्प के बारे में नहीं सोचना चाहिए?
राजनीतिक दलों और नेताओं की मुख्य चिंता आज यह है कि कैसे सत्ता पर काबिज हुआ जाए और अधिकतम समय तक वहाँ टिका रहा जाए। अब यहाँ पर हर कोई सत्ता का हिस्सा बनना चाहता है। कब्जाई हुई कुर्सी…
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11 Juneसाहित्य
विश्व साहित्य में महामारी का चित्रण
पिछले एक वर्ष से अधिक समय से कोविड -19 महामारी ने जीवन, समाज, साहित्य दर्शन और व्यापार सभी पर असर डाला है। बहुत सी चीजें, परिस्थितियाँ और मुद्दे पूरी तरह से बदल चुके हैं। व्यापारी अपने धन्धे और मुनाफे…
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10 Juneमुद्दा
ए के रामानुजन : कितनी रामायणें
कोई दस वर्ष पहले ए के रामानुजन के रामायण से जुड़े लेख को दिल्ली विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम से हटाने पर विवाद पैदा हुआ। लेख का शीर्षक है ‘तीन सौ रामायण, पाँच उदाहरण और अनुवादों पर तीन विचार’। लेख़ को साल…
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9 Juneशख्सियत
आदिवासी समाज के क्रान्तिकारी नायक बिरसा मुंडा
भारत के इतिहास में बिरसा मुंडा (15 नवम्बर 1875 – 9 जून 1900) एक ऐसे आदिवासी नायक हैं जिन्होंने झारखण्ड में अपने क्रान्तिकारी विचारों से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक…
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8 Juneमुद्दा
गरीबी, गन्दगी और इम्युनिटी
हमारा भारत देश महान है। विदेशियों (पश्चिमी देश वाले) का कहना है कि भारत सपेरों, नटों और ठगों (भिखारियों से लेकर टैक्सी व ऑटो ड्रायवर और होटलों के दलालों तक) का देश है। दावा है कि अब सरकार ने…
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5 Juneपर्यावरण
पर्यावरण और हमारा एकांगी सोच
पर्यावरण प्रदूषण की समस्या पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने स्टाकहोम में सन् 1972 में 05 से 16 जून तक विश्व भर के देशों का पहला अन्तरराष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया। इसमें 119 देशों ने भाग लिया और पहली बार…
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4 Juneसामयिक
लोक में व्याप्त अंधविश्वास
आदिम मनुष्य अनेक क्रियाओं और घटनाओं के कारणों को नहीं जान पाता था। वह अज्ञानतावश समझता था कि इनके पीछे कोई अदृश्य शक्ति है। वर्षा, बिजली, रोग, भूकम्प, वृक्षपात, विपत्ति आदि अज्ञात और अज्ञेय देव, भूत-प्रेत और पिशाचों के…
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2 Juneमुद्दा
महिलापूजक देश में
सम्प्रति सोशल मीडिया पर दो तरह के लोग सक्रिय हैं। एक वे जो लिखते हैं और दूसरे जो बकते हैं। लिखने वाले लोग अच्छा भी लिखते हैं और बुरा भी। लेकिन बकने वाले लोग बस बकते हैं। और जो वे…
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2 Juneमध्यप्रदेश
विदिशा का गौरवशाली अतीत
विदिशा, मध्य प्रदेश प्रांत में स्थित एक प्रमुख शहर है। यह मालवा के उपजाऊ पठारी क्षेत्र के उत्तर- पूर्व हिस्से में अवस्थित है तथा पश्चिम में मुख्य पठार से जुड़ा हुआ है। ऐतिहासिक व पुरातात्विक दृष्टिकोण से यह क्षेत्र…
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May- 2021 -27 Mayओड़िशा
चक्रवाती तूफानों की संरचना और कारण
बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफ़ान यास बुधवार की सुबह तक़रीबन नौ बजे उत्तरी ओडिशा के समुद्र तट और उससे सटे पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों से टकरा गया। सुबह 10.30 से 11.30 बजे के बीच यह बालासोर…
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