पूर्व मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला राजस्थान से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य चुन लिए गए हैं। इसके साथ ही उनका राजनीतिक कद भी बढ़ गया है। यह कद बढ़ाने का श्रेय किसी और को न जाकर सीधे तौर पर कांग्रेस हाईकमान को जाता है, जो हरियाणा में कोई रिस्क उठाने की बजाए उन्हें सेफ जोन मानते हुए राजस्थान भेज दिया। न सिर्फ राजस्थान भेजा, बल्कि पहले ही झटके में सुरजेवाला की जीत को सुनिश्चित करते हुए उन्हें पहली वरीयता देकर भेजा।
रणदीप सिंह सुरजेवाला न सिर्फ युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं, बल्कि हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं। साल 1996 और 2005 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने नरवाना से क्रमश: पूर्व केंद्रीय उपमंत्री जयप्रकाश व पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला को पराजित किया। नए परिसीमन में नरवाना विधानसभा सुरक्षित होने के बाद उन्होंने 2009 में कैथल से विधानसभा का चुनाव जीता। वे 2005 से 2014 तक भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में महत्वपूर्ण महकमों के साथ कैबिनेट मंत्री भी रहे। सुरजेवाला को 1993 के उपचुनाव में और 2000 के विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला से पराजय का सामना भी करना पड़ा। इसके अलावा 2019 में जींद विधानसभा के उपचुनाव व 2019 में ही कैथल से विधानसभा चुनाव में भी उन्हें हार मिली।
सुरजेवाला की गिनती कांग्रेस हाईकमान के करीबियों में होती है। वे इस समय कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हैं और कर्नाटक जैसे महत्वपूर्ण राज्य के प्रभारी हैं। इसके साथ ही कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के साथ ही मीडिया व कम्युनिकेशन इंचार्ज भी हैं। राज्यसभा चुनाव में हरियाणा से दो नेताओं रणदीप सिंह व कुमारी सैलजा को उतारने पर कांग्रेस हाईकमान ने चर्चा की, लेकिन यहां पर मौजूद गुटबाजी की आहट के चलते सुरजेवाला की राह आसान करने के लिए उन्हें राजस्थान भेज दिया। जिन लोगों को कांग्रेस ने राजस्थान भेजा, वहां इनमें से सुरजेवाला को पहली वरियता देते हुए कांग्रेस ने यह जता दिया कि रणदीप अब बड़े कद के नेता बन गए हैं और उनके मामले में पार्टी किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती। इसलिए मुकुल वासनिक व प्रमोद तिवारी के मुकाबले उन्हें ज्यादा तवज्जो दी गई।
अब सुरजेवाला के राज्यसभा सदस्य बनने के बाद यह साफ हो गया है कि कांग्रेस उन्हें केंद्र सरकार को घेरने के लिए राज्यसभा में भी प्रयोग करेगी। हिंदी, अंग्रेजी भाषा पर कमान के कारण वे लंबे समय से कांग्रेस का मीडिया विभाग बखूबी संभाल रहे हैं और विभिन्न मौकों पर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी खुद ही संभालते हैं। ऐसे में प्रदेश में रणदीप सिंह सुरजेवाला के समर्थकों में उनके राज्यसभा जाने की खुशी है और वे आने वाले दिनों में रणदीप के हरियाणा आगमन पर जोर-शोर से स्वागत की तैयारियों में जुट गए हैं।
अजय दीप लाठर
लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक हैं.