
3 बार पोस्टमार्टम होने के बाद भी क्यों नहीं सुलझी मनीषा हत्याकांड की गुत्थी ?
हरियाणा के भिवानी में स्कूल शिक्षिका की मौत का मामला तीन महीने बाद भी अनसुलझा है। प्ले स्कूल में काम करने वाली मनीषा की मौत को लगभग तीन महीने बीत चुके है। लेकिन अब तक यह पता नहीं लग पाया है कि यह आत्महत्या है या फिर हत्या।
इस मामले में सीबीआई जांच में जुटी हुई है। लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि मनीषा की मौत किस वजह से हुई थी। वहीं परिजनों का कहना है कि जान बूझकर इस मामले को दबाया जा रहा है और जांच में देरी हो रही है। परिजनों और पंचायत ने अब इस मामले में 30 नवंबर को भूख हड़ताल करने का फैसला लिया है।
क्या है मनीषा हत्याकांड?
ये मामला हरियाणा के भिवानी ज़िले का है। यहां ढाणी लक्ष्मण निवासी 19 साल की मनीषा प्ले स्कूल टीचर थी। 11 अगस्त 2025 को मनीषा स्कूल में पढ़ाने गई थी। लेकिन इसके बाद वह कभी अपने घर वापस नहीं लौटी। परिजनों ने उसे तलाश करने की काफी कोशिश की, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं लग पाया। 12 अगस्त 2025 को पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर इस मामले में गुमशुदगी का केस दर्ज कर जांच शुरू की। इसके बाद 13 अगस्त को मनीषा का शव सिंघानी गांव में नहर किनारे मिला।
3 बार हुआ पोस्टमार्टम
परिजनों के मुताबिक जब मनीषा का शव मिला तो उसके गले पर गहरे चोट के निशान थे। जिसके बाद उन्होनें हत्या का आरोप लगाया। नागरिक अस्पताल में चिकित्सकों के बोर्ड ने मनीषा के शव का पोस्टमार्टम किया। मगर परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया और कहा कि उनकी बेटी की हत्या हुई है। पुलिस पहले आरोपियों की गिरफ्तारी करें।
वहीं शुरुआती जांच के बाद हरियाणा पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला बताया था। साथ ही ये दावा भी किया था कि शव के पास से सुसाइड नोट बरामद हुआ है। वहीं, परिवार का कहना है कि मनीषा मानसिक रूप से मज़बूत थी और वह आत्महत्या नहीं कर सकती थी। ग्रामीणों ने भी पुलिस की जांच पर सवाल उठाए और हत्या की आशंका जताई।
सीबीआई कर रही है मामले की जांच
इस मामले को लेकर लोग सड़को पर उतर गए और न्याय की मांग करने लगे। ऐसे में पीजीआइ रोहतक में चिकित्सकों के बोर्ड ने दोबारा पोस्टमार्टम किया। विसरा जांच करवाई गई। जिसमें सामने आया कि शरीर में जहरीला पदार्थ है। इसके बाद परिजनों ने धरना दिया और एम्स दिल्ली में पोस्टमार्टम और सीबीआई जांच की मांग की। प्रदेश सरकार ने ये दोनों मांगे मानी। 20 अगस्त को दिल्ली एम्स में तीसरी बार पोस्टमार्टम किया गया और इस मामले की जांच सीबीआई के हाथों में सौंपी गई थी। जिसके बाद 21 अगस्त को गांव में ही मनीषा के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
सीबीआई की जांच रिपोर्ट पर टिकी नजर
इस मामले में अभी सीबीआई जांच कर रही है। लेकिन अब तक सीबीआई की जांच की रिपोर्ट सामने नही आई है। जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ समय से सीबीआई टीम रेस्ट हाउस में बनाए कार्यालय में ही तथ्यों की जांच कर रही है और मामले से जुडे़ लोगों को भी जरूरत पड़ने पर वहीं बुलाया जा रहा है। अब ऐसे में सभी की निगाहें सीबीआई की जांच रिपोर्ट पर टिकी है।
पंचायत ने किया बड़ा फैसला
वहीं जांच में हो रही देरी के कारण अब परिजनों ने एक बड़ा फैसला किया है। इस मामले को लेकर पंचायत हुई। पंचायत में कहा गया कि, सीबीआई परिजनों को तो बताए कि आखिर उनकी जांच कहां तक पहुंची और किस दिशा में चल रही है। इतना ही नहीं जांच में ढिलाई का आरोप लगाते हुए पंचायतियों ने कहा कि अब 30 नवंबर को सुबह आठ बजे से सायं पांच बजे तक भूख हड़ताल करेंगे। इसके बाद भी सरकार, प्रशासन ने उन्हें स्थिति स्पष्ट नहीं की तो पंचायत कर आगामी फैसला लेंगे।










