ऋचा वर्मा
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Aug- 2020 -1 Augustसाहित्य
परती परिकथा : एक आम पाठक की नजर में
‘परती परिकथा’, आदरणीय श्री फणीश्वरनाथ रेणु जी की कालजयी कृति हाथ में आते ही तत्क्षण मन की आँखों के समक्ष एक विशाल खाली भूखण्ड के ऊपर बसे परियों का देश का दृश्य कौंधता सा प्रतीत होता है। पहला पृष्ठ…
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