ग्रामीण महिलाएँ
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चरखा फीचर्स
कोरोना काल में ग्रामीणों के लिए सहायक बनी बैंक सखियां
भारतीय समाज में महिलाओं की आजादी और सशक्तिकरण की बात पर भले ही आज भी कुछ वर्ग प्रश्न चिन्ह लगा रहे हों, मगर बदलते वक्त के साथ अब महिलाओं ने इसे अपने अंदाज में नजरअंदाज करना शुरू कर दिया…
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सामयिक
वैज्ञानिकता का पुनर्पाठ : अंधविश्वास और महिलाएँ
भारतीय समाज के केन्द्र में जब-जब महामारी आती है तो सिर्फ़ महामारी ही नहीं आती, बल्कि उसके साथ आती है बहुत सारी भ्रांतियाँ, अंधविश्वास और ऊटपटांग आडम्बर। भारत में जब 19वीं सदी में चेचक जैसी महामारी ने पैर पसारा तो ज्यादातर ग्रामीण…
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