कामसूत्र
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प्रसंगवश
ऋषि वात्स्यायन के कामसूत्र की प्रासंगिकता
आज से करीबन दो हजार साल पहले संस्कृत में लिखी गयी तत्पश्चात सदियाँ बीत जाने पर साल 1883 में अंग्रेजी भाषा में अनुदित होकर प्रकाशित हुई एक ऐसी पुस्तक जिसे कामसूत्र, कामशास्त्र या अंग्रेजी में कहें तो सैक्सोलॉजी कहा…
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आवरण कथा
वैदिक साहित्य और तृतीयलिंगी – विजेन्द्र प्रताप सिंह
विजेन्द्र प्रताप सिंह थर्ड जेंडर समुदाय की अवस्थिति प्राचीन काल से ही भारतीय समाज रही किन्तु दुर्भाग्यवश थर्ड जेंडर समुदाय को हाशियाकृत जीवन जीने के लिए विवश होना पड़ा। विशेष शारीरिक संरचना, व्यवहार तथा मनोविज्ञान के अनुसार थर्ड…
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