चित्तरंजन सुबुद्धि
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स्त्रीकाल
प्रतिरोध की चेतना और तेलंगाना की विस्मृत गाथाई स्त्रियाँ
सामाजिक और राजनीतिक न्याय के लिए जन-संघर्षों की कहानियाँ अक्सर इतिहास के अँधेरे कोने में दबा दी जाती है और जो कुछ भी हमारे सामने प्रकट और प्रभावी रूप में आता है वह राजसत्ता के इर्द-गिर्द के लोगों की…
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