क्षितिज पर बातचीत
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हास्य व्यंग्य
क्षितिज पर बातचीत
अनीता यादव दूर क्षितिज से फूटती सूर्य की किरणों ने धरती पर झाँका। दुनिया का ‘सबसे बड़ा लोकतन्त्र’ कहा जाने वाला भारत का ‘लोक’ आज राशन की लाइन छोड़ ये किस दुकान पर खड़ा है? आज सुबह-सुबह ही…
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