के० बी० एस० प्रकाशन दिल्ली
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पुस्तक-समीक्षा
देवताओं के देश में ‘न-औरत’
अच्छा एक बात बताएं गरीबी अभिशाप है या अशिक्षा! सम्भवतः दोनों या सम्भवतः गरीबी। लेकिन मेरे लिए दोनों ही अभिशाप समान है। गरीब आदमी पढ़ेगा भी तो कैसे उसे तो अपनी दो जून की रोटी, रहने को छत मिल जाए…
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