अमृतकाल में राजभाषा हिंदी
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भाषा
अमृतकाल में राजभाषा हिंदी को मिलेंगी नई राहें..!
तृतीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन, पुणे (14-15 सितंबर) के अवसर पर विशेष किसी भी लोकतांत्रिक देश में जनता और सरकार के मध्य जन-जन की भाषा ही संपर्क भाषा के रूप में सार्थक भूमिका अदा कर सकती है। हिंदी,…
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