सबलोग’ का प्रकाशन जनवरी 2009 से लगातार हो रहा है। सामाजिक और राजनीतिक विचारों की घोरशून्यता के इस दौर में ‘सबलोग’ का प्रकाशन जागरूक और प्रतिबद्ध पाठकों के लिए अंधेरे में दीपक के समान है। ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर की नीति का अनुसरण करते हुए संपादक मंडल इस बात को लेकर अक्सर एकमत है कि लेखों की गुणवत्ता को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
दस वर्षों की यात्रा में सबलोग ने देश भर में न सिर्फ अपना विशिष्ट पाठक-वर्ग तैयार किया बल्कि युवा लेखकों की राष्ट्रीय स्तर पर एक सक्षम पीढ़ी भी तैयार की है। समृद्धि, विविधता और व्यापकता की कसौटी पर ‘सबलोग’ के साथ सक्षम लेखकों का एक जीवन्त समूह लगातार अपने खरेपन के साथ सक्रिय है। कई लेखकों ने ‘सबलोग’ के लिए नियमित रूप से लेखकीय सहयोग किया है। इस लम्बी यात्रा का श्रेय निस्संदेह ‘सबलोग’ के प्रतिबद्ध लेखकों को ही है।
जब समाज चौतरफा संकट से घिरा है, अखबारों, पत्र-पत्रिकाओं, मीडिया चैनलों की या तो बोलती बन्द है या वे सत्ता के स्वर से अपना सुर मिला रहे हैं। केन्द्रीय परिदृश्य से जनपक्षीय और ईमानदार पत्रकारिता लगभग अनुपस्थित है; ऐसे समय में ‘सबलोग’ देश के जागरूक पाठकों के लिए वैचारिक और बौद्धिक विकल्प के तौर पर मौजूद है।
‘सबलोग’ से जुड़ने के लिए आप मेल कर सकते हैं-
sablogmonthly@gmail.com
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