suicide
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शख्सियत
सुशांत, आखिर क्यों, सुशांत !
सलिल सरोज आत्महत्या निस्संदेह में एक जघन्य पाप है। एक आदमी जो खुद को मारता है, उसे इस दुनिया में बार-बार लौटना होगा और उसकी पीड़ा भुगतनी होगी। – श्री रामकृष्ण परमहंस दुर्खीम द्वारा प्रतिपादित पुस्तक Le…
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