jan aandolan

  • सामाजिक न्याय की राजनीति और दलित आन्दोलन

      राकेश रंजन दुनिया के तमाम हिस्सों में जन-आंदोलनों को पढ़ने, लिखने और समझने का मापदंड और नजरिया भी अलग-अलग रहा है| कहीं  वर्ग- संघर्ष, कहीं  जाति-संघर्ष तो कहीं  लोकतंत्रीकरण की प्रक्रिया के रूप में इसे देखने और समझने का…

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