शैलेन्द्र चौहान
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मुद्दा
चुनावी भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार की उचित परिभाषा के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है। मैकियावेली ने भ्रष्टाचार के सबसे पुराने आयाम को राजनीतिक अधिकारियों और नागरिकों के बीच सद्गुणों की गिरावट के रूप में रेखांकित किया। मनोवैज्ञानिक होर्स्ट-एबरहार्ड रिक्टर का सिद्धान्त भ्रष्टाचार…
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सामयिक
एयरलाइन कंपनियों की मनमानी
इन दिनों देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर चिंताजनक दृश्य देखने को मिल रहे हैं। कहीं पर उड़ान क्षेत्र में एयरक्राफ्ट के पास बैठकर यात्री खाना खाते दिख रहे हैं तो कहीं दस-दस घंटों तक हवाई जहाज में बैठे…
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राजस्थान
राजस्थान विधानसभा चुनाव: ऊंट किस करवट बैठेगा!
9 अक्टूबर 2023 को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिल्ली के आकाशवाणी स्थित रंग भवन सभागार में आयोजित एक पत्रकार संगोष्ठी में भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार द्वारा राजस्थान सहित पांच राज्यों के आगामी विधानसभा आम चुनावों के…
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साहित्य
हिंदी की पहली लघुपत्रिका कविवचन सुधा
भारतेन्दु हरिश्चन्द्र (9 सितंबर 1850-6 जनवरी 1885) आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह कहे जाते हैं। इनका मूल नाम ‘हरिश्चन्द्र’ था, ‘भारतेन्दु’ उनकी उपाधि थी। उनका कार्यकाल युग की सन्धि पर खड़ा है। उन्होंने रीतिकाल की पतनशील सामन्ती संस्कृति की पोषक…
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देश
भारत का स्वाधीनता संग्राम : विरासत और सबक
भारतीय स्वतन्त्रता के 75 वर्ष बाद भारतीय नागरिकों को न केवल स्वतन्त्रता आन्दोलन के इतिहास की प्रमुख घटनाओं तथा अनगिनत स्वतन्त्रता सेनानियों के शौर्यपूर्ण संघर्षों व उनकी कुर्बानियों का सम्मानपूर्वक स्मरण करना चाहिए, बल्कि उस वैचारिक संघर्ष और अवधारणात्मक…
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साहित्य
विज्ञान और साहित्य
भारतीय मानस आदिकाल से तपस्या, हवन, पूजन आदि क्रियाओं द्वारा दैवीय शक्तियों को सिद्ध कर एक असाधारण सामर्थ्य की कल्पना करता रहा है। लेकिन उस समय की सामाजिक व्यवस्था ऐसी थी कि सारे चमत्कार ऋषियों, राजाओं और राजकुमारों के…
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साहित्य
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल: साहित्य के नाम पर तमाशा
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, (जे एल एफ) उर्फ़ जयपुर साहित्य उत्सव अपने ग्लैमर और विवादों की वजह से कई वर्षों से मीडिया में चर्चित है। भारत में हर अच्छी चीज बहुत जल्दी विकृत, विद्रूप और भ्रष्ट हो जाती है। अँग्रेजीदां…
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शख्सियत
एक दिन आएगा जब हमारी खामोशी उन आवाजों से भी ज्यादा ताकतवर साबित होगी जिन्हें तुम आज दबा रहे हो
कम्युनिस्ट घोषणापत्र की शुरुआती पंक्तियों में मजदूर वर्ग के महान शिक्षकों कार्ल मार्क्स और फ्रेडरिक एंगेल्स ने लिखा था कि, यूरोप को एक हौवा सता रहा है – कम्युनिज्म का हौवा। ये शब्द 1848 में लिखे गए थे। तब…
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अंतरराष्ट्रीय
क्यूबा को जीने दो
क्यूबा से प्रतिबन्ध हटाने के लिए 400 राजनीतिज्ञों, बुद्धिजीवियों, पादरियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का न्यूयॉर्क टाईम्स में अमेरिकी राष्ट्रपति बाईडन के नाम खुला पत्र प्रिय राष्ट्रपति जो बाईडन, यह संयुक्त राष्ट्र अमेरिका और क्यूबा के मध्य सम्बन्धों में एक नया…
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शख्सियत
बादल सरकार : भारतीय ग्रामीण पारम्परिक रंगमंच के पुरोधा
बादल सरकार उर्फ सुधीन्द्र सरकार का जन्म 15 जुलाई, 1925 को कोलकाता के एक ईसाई परिवार में हुआ। पिता महेन्द्रलाल सरकार ‘स्कॉटिश चर्च कॉलेज’ में पढ़ाते थे और विदेशियों द्वारा संचालित इस संस्था के वे पहले भारतीय प्रधानाचार्य बने…
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