लेनिन
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एतिहासिक
वो कौन सा आदम है, जिसका तू खुदा है
लेनिन के डेढ़ सौवीं वर्षगाँठ ‘22 अप्रैल’ के अवसर पर व्लादिमीर लेनिन पर प्रख्यात रूसी कवि मायकोव्स्की की एक कविता है कि ‘‘हियर इज अ लीडर हू लीड द मासेस बाई हिज इंटेलेक्ट’‘ (यहाँ एक ऐसा नेता है…
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क्रन्तिनामा
सैक्रामेंटो में दफन है भारतीय क्रान्ति का एक नायक
सुधीर विद्यार्थी देश की स्वतंत्रता के लिए विदेशों में रहकर संग्राम करने वाले भारत की निर्वासित सरकार के प्रथम प्रधानमंत्री मौलाना बरकतउल्ला ने एक बार कहा था, ‘मेरे शरीर की खाक मेरे स्वतंत्र देश को पहुचा देना। मौलाना अमरीका…
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