रामायण
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देश
सत्ता से मुठभेड़ करती पत्रकारिता की जरूरत
पत्रकारिता के पौराणिक आख्यान में सर्वप्रथम नारद मुनि की चर्चा मिलती है। उस अनुसार प्रथम पत्रकार के रूप में इन्हें भारत का प्रथम संचार वाहक माना जा सकता है। प्राचीन ग्रंथों में नारद मुनि के लिए ‘पिशुन’ शब्द आया…
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राजनीति
शिक्षकों को “कागभुशुण्डि” नहीं “जटायु” होना चाहिए – दीपक भास्कर
दीपक भास्कर रामायण, भारत के हिन्दू-धर्म से ज्यादा, भारत की राजनीति में महत्वपूर्ण है। राम-मंदिर विवाद ने भारत के आम नागरिकों के मुद्दे को लील लिया है। पिछले कई दशकों से, भारत की चुनावी-राजनीति बस इसी पर टिकी…
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