भगत सिंह
-
आवरण कथा
बेहतर भविष्य में प्रवेश का रास्ता – धर्म पंचायत
संगीतकार टी एम कृष्णा ने एक गौरतलब सवाल उठाया है कि “हमारे स्कूलों, घरों या सांस्कृतिक संस्थाओं में अब ‘सर्वधर्म प्रार्थनाएं’ क्यों नहीं होतीं। तो हम अचानक एक दिन अपने नागरिकों से यह उम्मीद कैसे कर सकते हैं…
Read More » -
एतिहासिक
मेरी हवाओं में रहेगी, ख़यालों की बिजली
23 मार्च 1931 को शाम में करीब 7 बजकर 33 मिनट पर भगत सिंह तथा उनके दो साथियों सुखदेव व राजगुरु को फाँसी दे दी गयी। फाँसी पर जाते समय वे तीनों मस्ती से गा रहे थे – मेरा…
Read More » -
शख्सियत
शहीद-ए-आजम भगत सिंह के स्मृति में विशेष
नीरज सिंह 23 मार्च 1931 को अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को लाहौर जेल में, जेल के नियमों को ताक पर रखकर प्रातः काल की बजाय सांय 7.00 बजे फांसी दे दिया गया। भगत सिंह को…
Read More » -
एतिहासिक
एक स्त्री ने रचा मुक्ति का आख्यान
सुधीर विद्यार्थी यह जानना कितना रोमांचकारी है कि भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के समय काकोरी कांड के मुकदमे की पैरवी के लिए सुशीला दीदी ने अपनी शादी के लिए रखा हुआ दस तोला सोना उठाकर दान में दे दिया…
Read More »