धनंजय राय

  • लोकतंत्रभारतीय राजनीति की प्रकृति

    भारतीय राजनीति की प्रकृति

      भारतीय राजनीति की प्रकृति को समझने के लिए 75 वर्ष कम नहीं होते। किसी भी राज्य के लिए यह अन्तराल बहुत मायने रखता है। भारतीय राजनीति के पहले पड़ाव को सामूहिकता की नैतिकता (1947-1967) कहा जा सकता है। इस…

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  • आवरण कथा

    आक्रोश का दर्शन

      यह लेख आक्रोश के मायने, उसकी आवश्यकता और नये  मानव के निर्माण में इसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका को उजागर करता है| दुनिया भर में, दक्षिणपन्थ के उभार के बाद और उसके तदुपरान्त पारम्परिक दलों के द्वारा उनके खिलफ संघर्ष में…

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