अजय चन्द्रवंशी
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शख्सियत
उदात्त और कर्मठ व्यक्तित्त्व के धनी ललित सर
ललित सर नही रहें! कुछ दिन तक तो यह महसूस नहीं कर पाया, क्योंकि उनसे नियमित मुलाकात तो होती ही नहीं थी। मगर तीन-चार माह के अंतराल के लगभग मुलाकात हो जाती थी। पिछले आठ-दस वर्षों से यही क्रम…
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एतिहासिक
फाहियान का यात्रा विवरण: पाँचवी शताब्दी के भारत के कुछ चित्र
ईसा पूर्व छठी शताब्दी के धार्मिक आन्दोलनों में बौद्ध धर्म का उदय एक महत्वपूर्ण घटना थी। जरूर इसके ‘उदय’ के अपने सामाजिक-आर्थिक कारण भी थें। अपने ‘समतावादी’ दर्शन के कारण इसने समाज के बड़े वर्ग को आकर्षित किया। इससे…
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साहित्य
निराला की साहित्य साधना: एक युगद्रष्टा व्यक्तित्व का स्मरण
बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए अपनी परम्परा का ज्ञान आवश्यक होता है। परम्परा में जो कुछ सार्थक है; उसे आत्मसात करते, उससे सीखते मनुष्य अपने समय के चुनौतियों का सामना करने का प्रयास करता है। हम आज जो…
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शख्सियत
भूल-ग़लती: मुक्तिबोध: एक विश्लेषण
मुक्तिबोध ने छोटी कविताएं बहुत कम लिखी है; उनकी कविताएं अधिकतर प्रदीर्घ हैं। और जो छोटी कविताएं हैं भी उनको वे मूलतः अपूर्ण मानते हैं। कविताओं की प्रदीर्घता का कारण उनके अनुसार “यथार्थ के तत्व परस्पर गुम्फित होते हैं,…
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एतिहासिक
इब्नबतूता की भारत यात्रा: चौदहवी शताब्दी का भारत
प्राचीन काल से भारत मे विदेशी यात्री आते रहे हैं. कुछ आक्रमणकारियों के साथ, कुछ व्यापारियों के साथ,तो कुछ धार्मिक-तात्विक ज्ञान की खोज में आते रहें.आये-गए तो कितने ही होंगे मगर सभी ने यात्रा विवरण दर्ज नही किया. बहुतों…
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